इतिहास रचता भारत: विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का भव्य उद्घाटन, PM मोदी बोले – “यह देश की नई स्पोर्ट्स ऊर्जा का प्रतीक”

भारत ने आज खेलों की दुनिया में एक नया अध्याय लिख दिया है। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुए शानदार उद्घाटन समारोह के साथ ही विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (WPAC 2025) ने आगाज़ कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक पल की गवाही देते हुए दुनिया भर से आए एथलीटों का हौसला बढ़ाया।
एशिया का चौथा मेज़बान बना भारत
यह चैंपियनशिप भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि अब वह एशिया का चौथा देश बन गया है जिसने इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी की है। इस मुकाम तक पहुँचने वाले पहले देश कतर (2015), यूएई (2019) और जापान (2024) रहे हैं। इस साल 104 देशों के 2200 से ज्यादा पैरा एथलीट्स इस महाकुम्भ में हिस्सा ले रहे हैं।
रिकॉर्ड 74 भारतीय एथलीट्स में दमखम
टीम इंडिया इस बार अपने सबसे बड़े दल के साथ मैदान में है। रिकॉर्ड 74 पैरा एथलीट्स की यह टीम भारत की बढ़ती खेल ताकत का प्रतीक है। पीएम मोदी ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा, “यह हमारे खेल इकोसिस्टम की नई सोच और नई ताकत का सबूत है।”
विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा तैयार
इस आयोजन के लिए जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को पूरी तरह से अपग्रेड किया गया है। यहाँ पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में इस्तेमाल हुए नए नीले मोंडो ट्रैक को लगाया गया है। खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने एक नए वार्म-अप ट्रैक और 200 खिलाड़ियों की क्षमता वाले अत्याधुनिक जिमनैजियम का भी उद्घाटन किया।
2036 ओलंपिक्स की ओर बढ़ते कदम
डॉ. मांडविया ने जानकारी दी कि यह आयोजन भारत की भविष्य की बड़ी खेल महत्वाकांक्षाओं की ओर इशारा करता है। भारत अब 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2036 ओलंपिक्स जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी के लिए तैयारी शुरू कर चुका है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जोरदार प्रतिक्रिया
वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स के अध्यक्ष पॉल फिट्ज़गेराल्ड ने कहा, “हम यहाँ नए विश्व रिकॉर्ड और नए चैंपियन्स देखेंगे, लेकिन हर एथलीट का संघर्ष अपने आप में एक जीत है।”
यह प्रतियोगिता 5 अक्टूबर तक चलेगी, और पूरे देश की निगाहें अब अपने खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर टिकी हैं।