इलाहाबाद हाईकोर्ट को मिले दो नए न्यायाधीश, अमिताभ राय और राजीव लोचन शुक्ल की नियुक्ति को मंजूरी

प्रयागराज : केंद्र सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दो नए न्यायाधीशों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। अधिवक्ता अमिताभ राय और राजीव लोचन शुक्ल को हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। इन दोनों के शपथ ग्रहण के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की कुल संख्या 86 हो जाएगी, हालाँकि तीन न्यायाधीशों का स्थानांतरण अभी भी लंबित है।
यह नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर की गई है। कॉलेजियम ने 25 मार्च को इन दोनों नामों की सिफारिश की थी। तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने दोनों अधिवक्ताओं की पेशेवर योग्यता, सत्यनिष्ठा और सेवा रिकॉर्ड का गहन मूल्यांकन किया था, उसके बाद ही उनके नाम केंद्र सरकार को भेजे गए थे।
इससे पहले, कुछ दिनों पहले ही केंद्र सरकार ने अधिवक्ता अरुण कुमार को इलाहाबाद हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया था। उल्लेखनीय है कि उनकी नियुक्ति की सिफारिश को मंजूरी मिलने में दो साल का वक्त लगा था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की क्षमता बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाल ही में 1 सितंबर को 26 और नामों की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी है। इनमें 12 अधिवक्ता और 14 जिला न्यायाधीश (HJS) स्तर के न्यायिक अधिकारी शामिल हैं। यह सिफारिश अभी केंद्र सरकार के विचाराधीन है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट अपनी न्यायिक दक्षता के लिए जाना जाता रहा है। यहाँ कई न्यायाधीशों ने एक दिन में 500 से 700 मुकदमों का निपटारा करके कीर्तिमान बनाए हैं। जस्टिस बीके नारायण, जस्टिस शशिकांत गुप्ता, जस्टिस रवींद्र सिंह, जस्टिस सुधीर अग्रवाल, जस्टिस अरुण टंडन, जस्टिस बीके शुक्ला और जस्टिस तरुण अग्रवाल जैसे दिग्गज न्यायाधीशों ने यहाँ के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है, हालाँकि अब ये सभी सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
नए न्यायाधीशों की नियुक्ति से इलाहाबाद हाईकोर्ट की कार्यक्षमता और बढ़ने की उम्मीद है, जिससे लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा हो सकेगा।