यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो : ग्रेटर नोएडा विश्व व्यापार के केंद्र में, सभी तैयारियां पूरी

उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। २५ से २९ सितंबर तक आयोजित होने वाले इस पांच दिवसीय महाकुंभ में दुनिया भर से आने वाले व्यापारियों, निवेशकों और पर्यटकों के समक्ष प्रदेश की औद्योगिक, सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा।
इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन २५ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा। इसकी सफलता को सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी विभागों ने अपनी तैयारियों का ब्योरा प्रस्तुत किया।
प्रशासन की विशेष तैयारियाँ:
डीएम मेधा रूपम ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने ड्यूटी रोस्टर के अनुसार कार्य सुनिश्चित करें। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के अधिकारियों को ड्यूटी रोस्टर तैयार करने को कहा गया है।
आगंतुकों के लिए विशेष सुविधाएं:
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होटल दरों पर नियंत्रण: डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि होटल अपनी दरें पूर्व निर्धारित सीमा से अधिक नहीं बढ़ा सकते। इसकी निगरानी की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा के नोडल अधिकारी को सौंपी गई है।
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परिवहन व्यवस्था: एआरटीओ को १०० बसों की सूची चालकों सहित उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है ताकि आगंतुकों के लिए पर्याप्त परिवहन की व्यवस्था रहे।
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यातायात प्रबंधन: ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था की एक मजबूत रूपरेखा प्रस्तुत की। साथ ही, खराब वाहनों को हटाने के लिए विशेष प्वाइंट और जेसीबी/हाइड्रा जैसे उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
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सुरक्षा उपाय: अग्नि सुरक्षा और निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था संबंधित विभागों द्वारा सुनिश्चित करने को कहा गया है।
इस बैठक में एसीओ ग्रेटर नोएडा श्रीलक्ष्मी, वंदना त्रिपाठी, डीसीपी ट्रैफिक डॉ. प्रवीन रंजन सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक भदौरिया, एडीसीपी ट्रैफिक मनीषा सिंह, ओएसडी यमुना प्राधिकरण शैलेंद्र कुमार भाटिया, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, जिला मनोरंजन कर अधिकारी जेपी चन्द सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह ट्रेड शो उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख निवेश और व्यापार केंद्र के रूप में वैश्विक मानचित्र पर उभारने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा। आयोजन स्थल पर पहुंचने वाले आगंतुकों को प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और औद्योगिक क्षमता की झलक देखने को मिलेगी।