उत्तर प्रदेश में IAS दीपक कुमार का जलवा, कैसे बने सबसे पावरफुल अफसर?

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल में बड़ा फैसला लेते हुए 14 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के तबादले की घोषणा की है। इनमें सबसे चर्चित नाम IAS दीपक कुमार का है, जिन्हें अब राज्य का सबसे प्रभावशाली अधिकारी माना जा रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव एसपी गोयल को भी पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि सरकार ने उनसे कई महत्वपूर्ण विभाग वापस लेकर दीपक कुमार को सौंप दिए हैं।
किन विभागों की मिली जिम्मेदारी?
दीपक कुमार को निम्नलिखित प्रमुख पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई है:
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अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (IIDC)
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उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के सीईओ
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PICKUP (Public Infrastructure & Capital Knowledge Utilisation Programme) के चेयरमैन
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UPDASP (उत्तर प्रदेश विकास एवं कृषि सेवा कार्यक्रम) के परियोजना निदेशक
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समन्वय विभाग के अपर मुख्य सचिव
इसके साथ ही, उन्हें बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है, जिससे स्पष्ट है कि अब उनका फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास पर रहेगा।
कौन हैं IAS दीपक कुमार?
दीपक कुमार 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने 1989 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। मूल रूप से बिहार के पटना जिले से ताल्लुक रखने वाले दीपक कुमार ने इतिहास विषय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं का अच्छा ज्ञान है। मार्च 2024 में उन्हें अपर मुख्य सचिव (गृह विभाग) बनाया गया था और इससे पहले वह कई उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
मुख्य सचिव से भी ज्यादा पावरफुल क्यों माने जा रहे हैं?
परंपरागत रूप से, मुख्य सचिव राज्य का सबसे प्रभावशाली अधिकारी होता है, लेकिन इस बार सरकार ने एसपी गोयल से लगभग सभी अहम विभाग हटाकर दीपक कुमार को सौंप दिए हैं। यह दर्शाता है कि सरकार दीपक कुमार पर अधिक भरोसा जता रही है और उनकी कार्यशैली को प्राथमिकता दे रही है। ये बदलाव यूपी की प्रशासनिक दिशा में एक बड़ा संकेत है।