तीन महीने की उपेक्षा के बाद जनआक्रोश, सीवर ठीक करने का मिला आश्वासन

सेक्टर-44 स्थित छलेरा बांगर गाँव के निवासियों ने तीन महीने से लटकी सीवर समस्या के समाधान के लिए गुरुवार को जल/सीवर विभाग के महाप्रबंधक (डीजीएम) के कार्यालय का शांतिपूर्ण घेराव किया। निवासियों की मांग पर मौके पर पहुंचे डीजीएम आर.पी. सिंह ने अगले 48 से 72 घंटों में समस्या का पूर्ण समाधान करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया।
ग्रामीणों अजीत शर्मा और सुरेश के अनुसार, लगातार सीवर ओवरफ्लो और जमीन में पानी के रिसाव के कारण गाँव के कई घरों की दीवारों में दरारें आ गई थीं और लोगों के बीमार पड़ने की घटनाएं भी बढ़ने लगी थीं। उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों से वे लगातार विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे थे और कई बार लिखित शिकायतें भी दर्ज करा चुके थे, लेकिन समस्या की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी निराशा और हताशा में उन्होंने आज डी.एस. सी. रोड (दिल्ली-सोहना रोड) को जाम करने का फैसला किया था।
छलेरा बांगर रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव राजेंद्र चौहान ने ग्रामीणों को शांत रखते हुए एक रचनात्मक रास्ता सुझाया। उन्होंने निवासियों को समझाया और उन्हें सीधे सेक्टर-5 स्थित डीजीएम कार्यालय ले गए। इसकी सूचना जिला प्रशासन की लॉजिस्टिकल इन्वेंटरी यूनिट (LIU) को भी दी गई।
डीजीएम आर.पी. सिंह ने ग्रामीणों की बात ध्यान से सुनी और स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों के भीतर सीवर लाइन की मरम्मत और सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा।
डीजीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीण संतुष्ट हुए और शांतिपूर्वक अपने गाँव लौट आए। विभाग ने अपने वादे को त्वरित कार्रवाई में बदलते हुए कुछ ही घंटों के भीतर गाँव में सीवर लाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया, जिससे निवासियों में राहत की लहर दौड़ गई।