यमुना एक्सप्रेसवे मामले: किसानों का धरना 42वें दिन भी जारी, मुआवजे और प्लॉट की मांग

यमुना एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए अपनी जमीन दे चुके सैकड़ों किसानों का धरना मंगलवार को लगातार 42वें दिन भी जारी रहा। भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्यौराज सिंह के नेतृत्व में चल रहे इस धरने में किसानों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
किसानों की प्रमुख मांगें हैं:
-
यमुना एक्सप्रेसवे के नजदीक आवंटित किए जाने वाले आवासीय प्लॉट का तत्काल वितरण।
-
जिन किसानों को मुआवजे की राशि अभी तक नहीं मिली है, उन्हें तुरंत भुगतान किया जाए।
-
जिन किसानों का मुआवजा स्वीकृत (अवार्ड) हो चुका है, उनकी बकाया राशि (अंतर धन) का तुरंत भुगतान।
-
परियोजना प्राधिकरण द्वारा वादा किए गए अतिरिक्त मुआवजे और अन्य सुविधाओं का शीघ्र वितरण।
धरने की अगुवाई कर रहे नेता श्यौराज सिंह ने कहा कि यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) द्वारा किसानों के साथ किए गए वादों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “किसानों ने देश के विकास के लिए अपनी जमीन दी, लेकिन प्रशासनिक अड़चनों के कारण उन्हें उनके हक नहीं मिल पा रहे हैं। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक हर किसान को उसका अधिकार नहीं मिल जाता।”
आज के धरने में संगठन के अन्य वरिष्ठ नेता उदयभान मलिक, लखन चौधरी, गजब प्रधान, महेंद्र सिंह, अहमद खान, घनश्याम सिंह सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे। किसान नेताओं ने प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश सरकार से मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और मुद्दे का शीघ्र समाधान निकालने की अपील की है।