नोएडा: बर्थडे पार्टी में युवक की रहस्यमयी मौत, परिवार ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप

नोएडा, 05 सितम्बर : नोएडा के सेक्टर-134 स्थित जेपी कॉसमॉस सोसाइटी में एक बर्थडे पार्टी के दौरान गोली लगने से घायल हुए 25 वर्षीय युवक विक्रम ठाकुर की निजी अस्पताल में चार दिनों तक चले संघर्ष के बाद बुधवार सुबह मौत हो गई। इस मामले ने तब एक नया और गंभीर मोड़ ले लिया, जब पीड़ित के परिवार ने उसके अपने दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, बुलंदशहर निवासी विक्रम ठाकुर सेक्टर-134 की जेपी कॉसमॉस सोसाइटी में किराए के एक फ्लैट में अपने दो दोस्तों के साथ रहता था। गत शनिवार (30 अगस्त) की रात उसके दोस्त आदर्श के जन्मदिन की पार्टी चल रही थी, जिसमें 8-10 युवक शामिल थे। देर रात करीब 2 बजे जब विक्रम अचानक अंदर के कमरे में गया, तो कुछ ही देर बाद गोली चलने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर जब लोग कमरे में पहुंचे तो विक्रम सिर में गोली लगने से घायल पड़ा था। उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चार दिनों तक इलाज चलने के बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी।
आत्महत्या या हत्या? परिवार और दोस्तों के अलग-अलग दावे
घटना के तुरंत बाद पार्टी में मौजूद दोस्तों ने पुलिस को बताया कि विक्रम ने खुद को गोली मारी है। हालांकि, अस्पताल में विक्रम के आखिरी समय तक मौजूद रहे उसके भाई रोहित ठाकुर ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
रोहित ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके भाई की हत्या की गई है। उनका कहना है, “30 अगस्त को आशु नाम के एक दोस्त ने फोन करके बताया कि विक्रम ने खुद को गोली मार ली है। लेकिन विक्रम इतना कमजोर नहीं था कि आत्महत्या करे। उस पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। उसे किसी ने गोली मारी है।”
भाई की शिकायत के बाद, एक्सप्रेसवे थाना पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था, जो अब विक्रम की मौत के बाद हत्या का केस बन गया है।
पुलिस की जांच जारी, प्रेम प्रसंग का भी सुराग
इस रहस्यमयी मौत की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने पार्टी में शामिल सभी युवकों से दोबारा पूछताछ की है। नोएडा की एसीपी (सेकंड) ट्विंकल जैन के अनुसार, ज्यादातर युवकों ने पूछताछ में बताया कि विक्रम का एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था और हाल ही में उनके रिश्ते में खटास आने के कारण वह काफी परेशान रहता था। हालांकि, विक्रम के परिवार ने इस बात की कोई पुष्टि नहीं की है।
पुलिस अब सोसाइटी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि उस कमरे में ठीक क्या हुआ, इसका पता लगाया जा सके। पुलिस फिलहाल आत्महत्या, हत्या और दुर्घटना सभी कोणों से जांच कर रही है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
विक्रम की मौत ने उसके परिवार को बिल्कुल तोड़ कर रख दिया है। विक्रम के पिता का पहले ही निधन हो चुका था और वह अपनी मां, एक भाई (जो JCB चलाता है) और दो बहनों का एकमात्र सहारा था। वह एक कैब चालक के रूप में पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था। उसके अंतिम संस्कार के लिए उसके शव को बुधवार को उसके गृह जनपद बुलंदशहर ले जाया गया, जहां अंतिम क्रिया-कर्म संपन्न हुआ।
पुलिस जल्द ही इस मामले की गुत्थी सुलझाने और न्याय दिलाने का दावा कर रही है। पूरा मामला अब सुर्खियों में है और सभी की निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हैं।